मुरादाबाद. मनोहरपुर के पास गिन्नोर द माफी से ताल्लुक रखने वाली सुषमा कश्यप यूं तो किसी परिचय की मोहताज नहीं है लेकिन सुषमा कश्यप मुरादाबाद मंडल में नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्र में अपनी पहचान इस तरीके से बना ली है कि आज जिधर भी देखो सुषमा कश्यप एक चर्चित नाम बन गया है आपको बताते चलें सुषमा कश्यप 4 साल से गांव-गांव घूम रही हैं और नशा मुक्ति अभियान और जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क शिक्षा भी दे रही हैं हर किसी के घर में किसी का बेटा या किसी का पिता शराब की लत इतनी बढ़ती जा रही है जिसके लिए सुषमा कश्यप ने नशा मुक्ति अभियान चलाया और शराब से घर बर्बाद और नुकसान होने वाली बात भी घटनाएं बताती है सुषमा कश्यप के इस अभियान के साथ युवा नौजवान और लड़कियां जुड़ गई सुषमा कश्यप ने बताया कि मेरे चाचा की मृत्यु शराब पीने से हुई थी तब से एक बात मान ली कि नशे के खिलाफ आवाज उठानी है यह जिंदगी बहुजन समाज के कामायनी हैं यह बात कहते हुए सुषमा कश्यप ने यह जंग जारी की हमारे संवाददाता से बात करते हुए सुषमा कश्यप ने बताया मैं अपनी पढ़ाई के साथ साथ हर रविवार को अपनी टीम के साथ गांव गांव जाकर महिलाओं और बच्चों को पढ़ाने का काम करती हूं